मोक्ष कलश योजना - राजस्थान रोडवेज की एक अनूठी पहल
मोक्ष कलश योजना
राजस्थान रोडवेज की एक अनूठी पहल
राजस्थान रोडवेज आमजन की रोजमर्रा की जिंदगी को
छूने वाला एक अहम् विभाग हैं। यह एक गर्व
की बात भी हैं और एक जिम्मेदारी भी। राजस्थान रोडवेज इस जिम्मेदारी को न केवल
समझता हैं बल्कि बदलाव के हर मोर्चे पर इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तत्पर भी
रहा हैं।
सनातन पंरपरा में व्यक्ति जीवन की शुरुआत से
लेकर अंतिम यात्रा तक गंगा से जुड़ा रहता है। जीते जी कोई पाप से मुक्ति के लिए तो
कोई मोक्ष की कामना लेकर गंगा में डुबकी लगाता है। वहीं अंतिम संस्कार के बाद उसकी
अस्थियां तक इसी गंगा में प्रवाहित कर दी जाती हैं ताकि मृत आत्मा अपने जीवन में की हुई गलतियों से
आजाद हो सके और मरणोपरांत आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति हो सके । परिवार जन के लिए भी यह एक बड़ी जिमेदारी
होतीहैं की वे अपनों की अस्थियो को सम्मान के साथ गंगा में प्रवाहित करे। ऐसा करने वाले परिवार जन भी पुण्य के भागी माने
जाते हैं।
लॉकडाउन (Lockdown) के चलते अपनों
की अस्थियां गंगा में विसर्जित नहीं कर पाने वाले लोगों के लिए राहत देने के
लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के
बाद रोडवेज ऐसे लोगों के लिए मोक्ष कलश स्पेशल बसें चला रहा हैं। बस में मोक्ष कलश के साथ दो लोगों को निशुल्क
यात्रा करने की छूट रहेगी|
खास बात यह है कि मोक्ष कलश स्पेशल बसें प्रदेश के अलग-अलग शहरों से हरिद्वार के
लिए संचालित की जाएंगी. इसमें यात्रा करने के लिए यात्रियों को पहले रजिस्ट्रेशन
कराना होगा|
रजिस्ट्रेशन के बाद मुख्यालय स्तर पर आवेदनों की स्क्रूटनिंग की जाएगी| इसमें पहले उन लोगों को प्राथमिकता दी
जाएगी, जिन्होंने 20 मार्च के आसपास अपने परिजनों को खोया
है| उसके बाद अप्रेल
और मई में अपनो को खोने वाले लोगों का
अस्थि विसर्जन के लिए यात्रा का नम्बर आएगा।
आपका नम्बर आने के बाद रोडवेज द्वारा आपको यात्रा की दिनांक और बस की डिटेल बताई जाएगी| तय समय पर आपको नियत स्थान पर पहुंचना होगा| वहीं ध्यान रहे, जिस बस से आप हरिद्वार पहुंचेंगे| उसी बस से आपका वापस आना भी अनिवार्य होगा| इसलिए वापसी में परिचालक द्वारा बताए समय का भी आपको ध्यान रखना होगा| आने जाने की आपकी यात्रा पूरी तरह से निशुल्क होगी |
राज्य सरकार द्वारा कोविड-19
माहमारी के कारण परिवहन साधनों का संचालन सुचारू नही होने पर मृत व्यक्ति की
अस्थियों का यथा समय विसर्जन हो सके, इस हेतु उसके परिवार के अधिकतम दो
सदस्यों को एक अस्थि कलश के साथ हरिद्वारा जाने आने के लिये राजस्थान सरकार द्वारा
रोडवेज की एक्सप्रेस बसों में निःशुल्क यात्रा उपलब्ध करायी जाएंगी |
राजस्थान सरकार द्वारा हालही में मोक्ष कलश
योजना—2020 प्रस्तावित की गयी जिसके सफलतापूर्वक निष्पादन का जिम्मा उठाया
राजस्थान रोडवेज ने।
राजस्थान सरकार के मोक्ष कलश योजना—2020 के तहत रोडवेज एक्सप्रेस बसों में हरिद्वार जाने—आने के लिए पंजीयन दिनांक 25 मई से शुरू.किया गया। रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन के अनुभवी दिशा निर्देशन ने इस पहल का पथ प्रस्तावित किया गया। इस योजना के तहत् एक अस्थि कलश के साथ हरिद्वार जाने आने के लिये परिवार के दो सदस्यों को राजस्थान सरकार द्वारा निःशुल्क यात्रा उपलब्ध करायी जाना निश्चित किया गया हैं।
देवस्थान विभाग की गाईडलाईन के अनुसार राज्य
सरकार के निर्देशानुसार अब से सरकारी कर्मचारी (केन्द्र सरकार, राज्य
सरकार, निगम बोर्ड, राजकीय उपक्रम इत्यादि) एवं आयकर दाता
इस सेवा के लिये अधिकृत नहीं होंगे। पंजीयन
कर्ता द्वारा
उपलब्ध करायी गई जानकारी झूठी/गलत पाये जाने पर किराये के साथ जुर्माने की राशि भी
वसूल की जाएगी।
मोक्ष कलश योजना के तहत अब तक 12079 मृतक लोगो के 23665 रिश्तेदार अपनों की अस्थियो को मरणोपरान्त हरिद्वार जा कर गंगा में प्रवाहित कर चुके हैं। इस मानवीय कदम के चलते RSRTC इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं। राजस्थान रोडवेज द्वारा 136 दिनों में 560 बसें चलायी जा चुकी हैं।
राजस्थान से हरिद्वार (उत्तराखण्ड) के लिये राजस्थान
रोड़वेज की अन्य सेवाएं भी संचालित की जा रही है।
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